मुझे लगता है दिन अच्छे बुरे अपने लिए, अपनी सोच से होते हैं। यह हमारा अपना अनुभव होता ह मुझे लगता है दिन अच्छे बुरे अपने लिए, अपनी सोच से होते हैं। यह हमारा अपना अनुभव ...
बालक बोला अपनी माता से यह फल कहां से आते हैं। बालक बोला अपनी माता से यह फल कहां से आते हैं।
मेरे स्कूल में मुझे स्नेह था उन बेंचों से भी, जिनपे में मेरी पक्की सहेली के साथ शरारतें करती औ... मेरे स्कूल में मुझे स्नेह था उन बेंचों से भी, जिनपे में मेरी पक्की सहेली के ...
पैसों से मौज़ हो सकती है समझ की सोच नहीं हो सकती पैसों से मौज़ हो सकती है समझ की सोच नहीं हो सकती
सोचा जीत जाएंगे दुनिया इन पैसों की चमक से सोचा जीत जाएंगे दुनिया इन पैसों की चमक से
मैं वो कागज हूँ... जो सब कुछ दे सकता है, पर सुकून नही.. मैं वो कागज हूँ... जो सब कुछ दे सकता है, पर सुकून नही..